साइबर पुलिस ने पटना के एक होटल से दो साइबर अपराधियों पश्चिम चंपारण के जोकटिया थाना अंतर्गत मंझौलिया निवासी नेस्ताक आलम व उसेकी महिला मित्र पूर्वी चंपारण के मधुबन थाना क्षेत्र के नौरंगिया की रहने वाली ईशा कुमारी को सोमवार को गिरफ्तार किया था। ये दोनों पाकिस्तान में बैठे साइबर अपराधियों के लिए काम करते थे। दोनों भोले-भाले लोगों से बैंक अकाउंट खुलवाकर अपने पास रख लेते थे। इस एवज में उन्हें 15 से 20 हजार रुपये देते थे। इन बैंक खातों के नंबर पाकिस्तान में बैठे अपने आका को वाट्सएप से भेज देते थे। पाकिस्तान से आडियो-वीडियो चैटिंग के माध्यम से साइबर अपराधी आमलोगों से ठगी करते थे और रुपये अपने एजेंट के दिए बैंक खातों में मंगा लेते थे। इन दोनों का काम खातों से रुपये निकालकर पाकिस्तान भेजना होता था। बदले में इन्हें 10 प्रतिशत कमीशन मिलता था।
नेस्ताक महज छठी कक्षा तक पढ़ा है, जबकि उसकी महिला मित्र बीकाम पास है। इन दोनों ने अब तक बैंक खातों के माध्यम से पांच करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन पाकिस्तान के विभिन्न बैंकों में किया है। साइबर पुलिस ने बताया कि अब तक की जांच में किसी तरह के आतंकी फंडिंग की बात सामने नहीं आई है। मामला पाकिस्तान से जुड़ा होने के कारण संवेदनशील जरूर है। किसी भी तरह की आशंका को देखते हुए सघन जांच की जा रही है। साइबर पुलिस का मानना है कि यह साइबर अपराधियों का ठगी का
पुराना माड्यूल है।
कुछ दिन पूर्व भी इस तरह का मामला सामने आया था। तब भी पाकिस्तान कनेक्शन की बात सामने आई थी।