सरकार ने बुधवार को अक्टूबर से शुरू होने वाले आगामी 2025-26 सत्र के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) 4.41 प्रतिशत बढ़ाकर 355 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला किया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि गन्ना किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया। मौजूदा 2024-25 सीजन के लिए गन्ने का एफआरपी 340 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। एफआरपी भारत सरकार द्वारा अनिवार्य न्यूनतम मूल्य है जो चीनी मिलें कानूनी रूप से गन्ना किसानों को उनकी उपज के लिए भुगतान करने के लिए बाध्य हैं। बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 10.25 प्रतिशत की मूल वसूली दर के लिए 355 रुपये प्रति क्विंटल के एफआरपी को मंजूरी दी गई है। बयान में कहा गया, “चीनी सीजन 2025-26 के लिए एफआरपी मौजूदा चीनी सीजन 2024-25 से 4.41 फीसदी अधिक है।” चीनी रिकवरी में 10.25 प्रतिशत से अधिक प्रत्येक 0.1 प्रतिशत की वृद्धि के लिए किसानों को 3.46 रुपये प्रति क्विंटल का प्रीमियम प्रदान किया जाएगा। एफआरपी में 3.46 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती रिकवरी दर में प्रत्येक 0.1 प्रतिशत की कमी के लिए होगी।
केंद्र ने 2025-26 के लिए गन्ने की कीमत 4.41% से बढ़ाई
