प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर आयोजित गणपति पूजा समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति के बाद राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। शिवसेना (यूबीटी) ने न्यायिक निष्पक्षता की सार्वजनिक धारणा पर इस यात्रा के संभावित प्रभाव पर चिंता जताई है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने संदेह व्यक्त किया कि “संविधान के संरक्षक” का राजनेताओं से मिलना लोगों के मन में संदेह पैदा कर सकता है।
राउत ने कहा, “महाराष्ट्र का हमारा मामला… सुनवाई प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ के समक्ष चल रही है, इसलिए हमें संदेह है कि हमें न्याय मिलेगा या नहीं, क्योंकि मामले में प्रधानमंत्री दूसरे पक्ष हैं।” उन्होंने आगे सुझाव दिया कि प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ को मामले से खुद को अलग कर लेना चाहिए।
विपक्ष पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा गणपति पूजा समारोह तक ही सीमित थी और यह “हमारी संस्कृति का हिस्सा” है।
बुधवार को प्रधान न्यायाधीश के दिल्ली आवास पर गणपति पूजा में प्रधानमंत्री मोदी शामिल हुए, जहां उनका स्वागत प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ और उनकी पत्नी ने किया।