गर्मी बढ़ने के साथ ही नारियल पानी और गन्ने के रस की मांग बढ़ी 

उत्तर बंगाल में तापमान बढ़ने के साथ ही नारियल पानी (डाभ ) और गन्ने के रस की मांग बढ़ गई हैदेश भर में तापमान लगातार बढ़ रहा है। उत्तर बंगाल भी अपवाद नहीं है। भीषण गर्मी से परेशान लोग प्राकृतिक पेय पदार्थों को पीकर  राहत महसूस करते हैं। इस सूची में सबसे ऊपर नारियल पानी और गन्ने का रस है।

जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट ब्लॉक के तेलीपाड़ा चौराहा इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 31 के किनारे कई अस्थायी गन्ना जूस और नारियल पानी (डाभ ) की दुकानें खुल गई हैं। इन दुकानों पर सुबह से शाम तक सड़कों पर पैदल चलने वालों की भीड़ लगी रहती है। कई लोग अपनी गाड़ियां रोककर ठंडा नारियल पानी और गन्ने का जूस पी रहे हैं। नारियल पानी के अलावा, इसके अंदर की मलाई भी सभी के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है।

स्थानीय व्यवसायियों ने बताया कि हर साल गर्मियों के दौरान इस तरह के प्राकृतिक पेय पदार्थों की मांग कई गुना बढ़ जाती है। उनका मानना है कि इस साल भीषण गर्मी के कारण मांग और बढ़ गई है। मीडिया में प्रकाशित विभिन्न रिपोर्टों से स्पष्ट है कि लोग गर्मी से राहत पाने के लिए एक बार फिर प्रकृति की ओर रुख कर रहे हैं। इस बढ़ती मांग से यह साबित होता है कि पान और गन्ने का रस शरीर को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखने के सबसे विश्वसनीय तरीकों में से एक है।

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