भारत की बिजली खपत अप्रैल में एक साल पहले की तुलना में लगभग 11 प्रतिशत बढ़कर 144.25 बिलियन यूनिट (बीयू) हो गई, जिसका मुख्य कारण तापमान में वृद्धि है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2023 में बिजली की खपत 130.08 बीयू थी।
एक दिन में उच्चतम आपूर्ति (पीक पावर डिमांड) भी अप्रैल 2024 में बढ़कर 224.18 गीगावॉट हो गई, जबकि अप्रैल 2023 में यह 215.88 गीगावॉट थी।
उन्होंने कहा कि गर्मी की शुरुआत के साथ बिजली की मांग के साथ-साथ खपत में भी मजबूत वृद्धि जारी रहेगी।
बिजली मंत्रालय ने अनुमान लगाया था कि 2023 में गर्मियों के दौरान देश की बिजली की मांग 229 गीगावॉट तक पहुंच जाएगी, लेकिन बेमौसम बारिश के कारण अप्रैल-जुलाई में यह अनुमानित स्तर तक नहीं पहुंच पाई।
हालाँकि, पीक सप्लाई जून में 224.1 गीगावॉट की नई ऊंचाई को छू गई, लेकिन जुलाई में गिरकर 209.03 गीगावॉट पर आ गई।