पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय के बाहर जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को लगातार चौथे दिन अपना ‘काम बंद करो’ और धरना प्रदर्शन जारी रखा। इससे एक दिन पहले आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों और बंगाल सरकार के बीच आरजी कर अस्पताल गतिरोध को हल करने के लिए प्रस्तावित वार्ता विफल हो गई थी।
आंदोलन में भाग लेने वाले 26 मेडिकल कॉलेजों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 30-34 चिकित्सक बैठक के लिए नबन्ना गए थे, लेकिन सरकार द्वारा वार्ता की लाइव-स्ट्रीमिंग की डॉक्टरों की मांग को स्वीकार नहीं करने के बाद यह बैठक विफल हो गई।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक का लाइव-स्ट्रीमिंग नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह मुद्दा सुप्रीम कोर्ट के समक्ष विचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इसे रिकॉर्ड करने और जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट की अनुमति से रिकॉर्डिंग उन्हें सौंपने की व्यवस्था की है।