सिलीगुड़ी:-तेरापंथ महिला मंडल सिलीगुड़ी द्वारा 23 अप्रैल को स्थानीय तेरापंथ भवन में समनी निर्देशिका मंजू प्रज्ञा जी एवं स्वर्ण प्रज्ञा जी के सानिध्य में किया गया। आज के युग में बढ़ते कंपटीशन और सबसे आगे बढ़ने की होड़ में हर वर्ग के बच्चों के एग्जाम एक तरह से पेरेंट्स की महत्वपूर्ण परीक्षा बन गई है। इस समय में विशेष रूप से एक मां का दायित्व और एक मां की भूमिका इस पैनिक को कम करने में महत्वपूर्ण हो सकती है। इस पैनिक के समय एक मां कैसे अपने बच्चों के साथ व्यवहार करें उन्हें रिलैक्स एवं स्ट्रेस फ्री रखें इसी विषय पर इस सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थी श्रीमती मीनू कुमार कमिश्नर ऑफ़ केंद्रीय जीएसटी इन सिलिगुड़ी एवं कार्यक्रम में मुख्य वक्ता श्रीमती आभा अग्रवाल काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट थी। कार्यक्रम का प्रारंभ समनी वृंद ने नमस्कार महामंत्र से किया। मंगलाचरण श्रीमती सुमन सेठिया द्वारा किया गया। अध्यक्ष श्रीमती संगीता घोसल ने अतिथि एवं बहनों का स्वागत किया। अतिथियों का परिचय राजश्री कोठारी एवं विनीता आंचलिया ने दिया। सुमधुर गायिका सलोनी आचलिया ने अपने गीतसे समा बांध दिया। समनी निर्देशिका मंजू प्रज्ञा जी ने अपने वक्तव्य में कहा की महिलाओं की प्राथमिकता उनका परिवार होना चाहिए एवं जिओ के इस युग में सभी को 4G अर्थात गुरुजी ,माताजी, पिताजी एवं प्रभु जी को अपनाना चाहिए। समनी स्वर्ण प्रज्ञा जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि पांच तत्वों को हमें अपने स्वभाव में शामिल करना चाहिए एवं जमीन से जुड़ा रहना चाहिए। सकारात्मक दृष्टिकोण एवं आभार के साथ ही हम जीवन को शांतिपूर्वक जी सकते हैं। मुख्य वक्ता श्रीमती आभा अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं को सबसे पहले अपने आप से प्यार करना चाहिए अपने आप को समझना चाहिए और उसके बाद पॉजिटिव सोच के साथ बच्चों के नजरिए को समझना चाहिए। श्रीमती मीनू कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि आज के इस सुख सुविधा भरे युग में बच्चों को अपने गोल पर फोकस रहने की जरूरत है कम सुविधा संसाधनों से भी आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं । श्रीमती सुमन सेठिया ने गायन के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी। धन्यवाद ज्ञापन मंत्री सुमन बैद द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मंडल की बहनों की अच्छी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन उपाध्यक्ष सुधा मालू द्वारा किया गया।