प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा बाबा साहेब आम्बेडकर से घोर नफरत करती है कांग्रेस

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के धार में चुनावी रैली में कहा कि जनता-जनार्दन के उत्साह से साफ है कि चार जून को विपक्ष का सूरज अस्त होने वाला है। चार जून को एक माह भी नहीं बचा है। आज तीसरे चरण की वोटिंग चल रही है। पहले चरण में विपक्ष पस्त पड़ गया था, दूसरे चरण में विपक्ष ध्वस्त हो गया था, आज तीसरे चरण के बाद जो इधर-उधर के टिमटिमाते तारे दिख रहे हैं, वो भी अस्त हो जाएंगे, क्योंकि पूरे देश ने ठान लिया है फिर एक बार भाजपा सरकार।

नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यहां से महू ज्यादा दूर नहीं है। महू में ही डॉ. आम्बेडकर का जन्म हुआ। ये भूमि मेरे जैसे न जाने कितने लोगों के लिए किसी तीर्थ से कम नहीं है। बाबा साहब के संविधान के कारण ही आप सभी ने मुझे यहां तक पहुंचा पाया, नहीं तो मोदी कहीं नहीं होता। ये संविधान नहीं होता तो आज भी एक ही परिवार का नाम चल रहा होता। नामदार ही हर जगह दिखाई देते, कामदार का तो कोई हिसाब ही नहीं होता, लेकिन यह बाबा साहब के संविधान की ताकत है कि नामदार को हटाकर देश ने कामदार को बैठा दिया और यही वजह है कि कांग्रेस बाबा साहेब से नफरत करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसी नफरत के चलते कांग्रेस चाहती है कि संविधान बनाने का श्रेय बाबा साहेब को न मिले, इसलिए अब कांग्रेस ने कहना शुरू कर दिया है कि संविधान बनाने में बाबा साहेब का योगदान तो बहुत कम था, इसे बनाने में सबसे ज्यादा भूमिका पंडित नेहरू जी की थी। मोदी ने जनता से पूछा कि क्या यह बात आपके गले उतरती है? फिर कहा कि आज देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि संविधान बाबा साहेब के योगदान का परिणाम है।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि इन परिवारवादियों ने पहले देश का इतिहास तोड़ा मरोड़ा, आजादी के महानायकों को विस्मृत कर दिया, फिर अपना महिमामंडन करने के लिए झूठा इतिहास लिखा और अब ये संविधान को लेकर भी झूठ गढ़ने लगे हैं, उस पर भी कब्जा करने के फिराक में हैं। उन्होंने कहा कि सच यही है कि कांग्रेस का ये परिवार डॉ. आम्बेडकर से घोर नफरत करता है। कांग्रेस ने आम्बेडकर की राजनीति को खत्म करने की हर साजिश रची। मैं इसे भाजपा का और भाजपा सरकार का सौभाग्य मानता हूं कि भाजपा के समर्थन वाली केंद्र सरकार ने कुछ वर्ष पहले बाबा साहब को भारत रत्न दिया था। ये जब गए तब ये मौका मिला, मैं इसे भी सौभाग्य मानता हूं कि मुझे बाबा साहब के स्थानों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित करने का सौभाग्य मिला ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *