भारतीय स्टेट बैंक ने बुधवार को कहा कि उसने अपने छठे इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड जारी करके 10,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जिसमें 7.36 प्रतिशत का कूपन ऑफर किया गया है।
बैंक ने कहा कि इस इश्यू को 18,145 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां प्राप्त हुईं और यह 5,000 करोड़ रुपये के बेस इश्यू साइज के मुकाबले करीब 3.6 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ।
प्रोविडेंट फंड, पेंशन फंड, बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंड और कॉरपोरेट्स सहित विभिन्न क्षेत्रों के निवेशकों से कुल 120 बोलियां प्राप्त हुईं। ऋणदाता ने कहा कि 15 साल की परिपक्वता वाले बॉन्ड की आय का उपयोग इंफ्रास्ट्रक्चर और किफायती आवास क्षेत्रों के वित्तपोषण के लिए दीर्घकालिक संसाधनों को बढ़ाने में किया जाएगा। वर्तमान इश्यू के साथ, बैंक द्वारा जारी किए गए कुल बकाया दीर्घकालिक बॉन्ड 59,718 करोड़ रुपये हो गए हैं।
चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, “इस निर्गम से लंबी अवधि के बॉन्ड कर्व को विकसित करने में मदद मिलेगी और अन्य बैंकों को लंबी अवधि के बॉन्ड जारी करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।” 31 मार्च, 2024 तक, बुनियादी ढांचा क्षेत्र को बैंक का कुल बकाया ऋण 3,94,681 करोड़ रुपये था। बैंक के कुल घरेलू अग्रिमों में से बुनियादी ढांचा ऋणों की हिस्सेदारी 12.23 प्रतिशत है।