सिलीगुड़ी:- सोमवार सुबह सियालदाह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस रंगापानी और निजबाड़ी के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुई तो कैसे हुई तो रेल विभाग के अधिकारियों के लिए सवाल खरा हो रहा है की एक पटरी पर दो ट्रेन कैसे आई। इस घटना ने करमंडल एक्सप्रेस हादसे की यादें ताजा कर दीं। इस दिन ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से निकलते वक्त हादसे का शिकार हो गई थी।तीन बोगी पटरी से उतर गए। एक बोगी घूमता-फिरता रहता है। इंजन के ऊपर एक और बोगी बना हुआ है। इस हादसे के बाद सवाल उठता है कि हादसा कैसे हुआ?नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के अधिकारियों पर सवालिया निशान लग रहा है कि सुबह सात बजे एक ही लाइन पर दो ट्रेनें कैसे आ गईं। रेलवे के निर्देशानुसार, उत्तर बंगाल से कोलकाता तक की ट्रेनों को आम तौर पर प्राथमिकता दी जाती है और पहले लाइन से गुजारा जाता है। फिर उस लाइन पर दूसरी ट्रेनें दी जाती हैं कैसे?आज के हादसे के बाद पहला सवाल तो यही उठता है कि मालगाड़ी कंचनजंगा तक कैसे पहुंचा? यह भी सवाल उठाया गया है कि मालगाड़ी क्रॉसिंग प्वाइंट से कैसे टकराई। इस हादसे के पीछे तोड़फोड़ है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है।मालूम हो कि ट्रेन हादसे के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर अपनी चिंता जाहिर की थी। उनका संदेश मिलने के बाद बचाव कार्य में प्रशासनिक सक्रियता बढ़ गयी।राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया टीम बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंची। सुबह 10:30 बजे तक कुल 6 लोगों की मौत की खबर है।उत्तर बंगाल को दक्षिण बंगाल से जोड़ने वाला मार्ग फिलहाल कट गया है।ट्रेनों की आवाजाही बंद।रेलवे अधिकारी और बचाव दल पहले ही दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।