जिला पुलिस केंद्र (पुलिस लाइन.) स्थित क्वार्टर नंबर सीबी 38 में रह रही महिला कांस्टेबल नीतू कुमारी और उसके परिवार के चार अन्य सदस्यों का शव मिलने के बाद सनसनी फैल गयी. नीतू पुलिस ऑफिस के आरटीआइ शाखा में थी, जबकि उसका पति पंकज बेरोजगार था. नीतू बक्सर जिले के नया बाजार स्थित तातो मोहल्ला के रहने वाले रामजन्म ठाकुर की बेटी थी और पंकज भोजपुर (आरा) का रहने वाला था. घटनास्थल पर पुलिस को नीतू, उसके दो बच्चे बेटा शिवांश उर्फ शिब्बू (साढ़े चार साल) और बेटी श्रेया (साढ़े तीन साल) सहित सास का गला रेता शव मिला. वहीं नीतू के पति पंकज का शव क्वार्टर के कमरे के बाहर फंदे से लटका था. इस मामले में क्राइम ब्रांच में तैनात सूरज ठाकुर नामक पुलिसकर्मी को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें पंकज ने लिखा है कि नीतू ने पहले बच्चों और उसकी मां की गला रेत हत्या कर दी थी. इसलिए वह उसकी हत्या कर खुद फांसी लगाकर खुदकुशी कर रहा है. पुलिस को घटनास्थल से छुरा व खून से सना ईंट भी मिला है.
जानकारी के अनुसार मंगलवार
सुसाइड नोट में लिखा पत्नी ने सबको मारा
घटनास्थल से बरामद पंकज के दो पन्नों के सुसाइड नोट में बड़े-बड़े अक्षरों में इसका जिक्र था कि “मेरी पत्नी ने मेरे दोनों बच्चों और मेरी मां को मार दिया. बच्चों की क्या गलती थी, देखा था. इसलिए हम अपनी पत्नी की हत्या कर अपने जीवन को खत्म कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार सुसाइड नोट में पंकज ने पत्नी के अवैध संबंध से परेशान होने का भी जिक्र किया है. पंकज और नीतू ने प्रेम प्रसंग के बाद अंतरजातीय शादी की थी.
नीतू कुमारी उन्होंने अभी क्या ही
सुबह नौ बजे नीतू के घर दूध देने वाला आया था. काफी देर तक आवाज लगाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला. इसके बाद आसपास के क्वार्टर में रहनेवाले पुलिसकर्मी और उसके परिवार के लोग पहुंचे. जैसे ही उनमें से एक ने दरवाजे पर पैर मारा, तो वह टूट गया. इसके बाद पूरा मामला सामने आया. इसके बाद इशाकचक पुलिस को सूचना दी गयी. पुलिस जांच में जुटी है कि सुसाइड नोट के मुताबिक पहले नीतू ने हत्या की या पंकज ने ही हत्या कर आत्महत्या कर ली. या फिर अन्य व्यक्ति ने इसे अंजाम दिया. पूर्वी क्षेत्र के रेंज डीआइजी विवेकानंद ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है.