जलपाईगुड़ी सदर ब्लॉक प्रशासन की ओर से महिलाओं को पर्यावरण-अनुकूल हर्बल अबीर बनाने के लिए प्रशिक्षित दिया गया। स्थानीय बीडीओ मिहिर कर्मकार की पहल पर अलग-अलग ग्राम पंचायतों की ओर से तीन-तीन महिलाओं को यह प्रशिक्षण दिया गया।
लाल, गुलाबी, हरा और नीला हर्बल अबीर और रंग बनाने की तकनीक सिखाई गयी। यह अबीर विभिन्न प्रकार के पेड़ों की पत्तियों, फूलों और फलों का उपयोग करके बनाया जाता है। मालूम हो कि प्राकृतिक तरीके से बनाई गई अबीर और रंग से किसी भी तरह की शारीरिक समस्या या त्वचा रोग होने का खतरा नहीं होता है।
प्रशिक्षकों ने बताया कि कॉर्नफ्लावर और चुकंदर से गुलाबी अबीर बनाया जा रहा है। चुकंदर के रस को कॉर्नफ्लोर पाउडर के साथ मिलाने से गुलाबी रंग बनता है। होली नजदीक है, इसलिए इस प्रकार के रंगों को तैयार किया जा रहा है। साथ ही इस प्रशिक्षण का लक्ष्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना भी है।